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सर्वे भवन्तु सुखिन: सर्वे सन्तु निरामया:। सर्वे भद्राणि पश्यन्तु। मा कश्चित् दु:खभाग भवेत् ।। |
सभी सुखी होवें, सभी रोगमुक्त रहें, सभी मंगलमय घटनाओं के साक्षी बनें, किसी को भी दुःख का भागी न बनना पड़े |
अयन्तु परमोधर्म: यद् योगेन आत्मदर्शनम् |
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श्री योगेश्वरानन्द परमहंस ( हिमालय का योगी ) |
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30A / 78 West Punjabi Bagh, New Delhi, India 110026 |